भूलूं ना भूलूं ना मैं कभी नाम तुम्हारा भजन
भूलूं ना भूलूं ना मैं कभी नाम तुम्हारा भजन
जब भी नजर तेरी रहमत पर जाती है,
जिंदगी बड़ी खुशहाल नजर आती है,
बेसबब दिए जाता है मुझे मेरा सांवरा,
के हाथ उठाते भी नहीं और,
दुआ कबूल हो जाती है।
भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
तू ही मेरा सच्चा साथी,
तू ही एक सहारा है,
सारे जग की ठोकर खाकर,
पाया प्यार तुम्हारा है,
दिल के अंदर एक मंदिर है,
उस मंदिर में एक मूरत है,
उस मुरत में एक सूरत है,
जो बार बार ये कहती है,
भूलूं ना भूलूं ना मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
सेवा मुझसे लेते रहना,
दर्शन देते रहना श्याम,
तेरा बनकर तुझको रिझाऊं,
दुनिया से क्या लेना श्याम,
भूलूं ना भूलूं ना मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
जब भी रोऊं दिल को खोऊं,
सुध मेरी तुम ले लेना,
हाथ मेरा तू थामे हुए हैं,
इतना इशारा दे देना,
भूल मेरी अगर भूल है तो,
मेरी गलती भी अर्पण तोहे,
अगर तुमसे मेरी डोर बंधी,
तो भूल ना जाना तुम मोहे,
भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
ए चांद ए सितारों,
जब सुबह की स्याही,
बिखरी थी जब फलक पर,
श्याम बाबा जी के दर पर,
देखा कि एक मुसाफिर,
फूलों पे सोने वाला,
कांटों पे सो रहा है,
खाटू चलकर तो देखो,
हर चीज का मजा है,
श्याम बाबा जी का बेटा,
बड़े प्यार से कह रहा है,
मैं तो भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
जिंदगी बड़ी खुशहाल नजर आती है,
बेसबब दिए जाता है मुझे मेरा सांवरा,
के हाथ उठाते भी नहीं और,
दुआ कबूल हो जाती है।
भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
तू ही मेरा सच्चा साथी,
तू ही एक सहारा है,
सारे जग की ठोकर खाकर,
पाया प्यार तुम्हारा है,
दिल के अंदर एक मंदिर है,
उस मंदिर में एक मूरत है,
उस मुरत में एक सूरत है,
जो बार बार ये कहती है,
भूलूं ना भूलूं ना मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
सेवा मुझसे लेते रहना,
दर्शन देते रहना श्याम,
तेरा बनकर तुझको रिझाऊं,
दुनिया से क्या लेना श्याम,
भूलूं ना भूलूं ना मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
जब भी रोऊं दिल को खोऊं,
सुध मेरी तुम ले लेना,
हाथ मेरा तू थामे हुए हैं,
इतना इशारा दे देना,
भूल मेरी अगर भूल है तो,
मेरी गलती भी अर्पण तोहे,
अगर तुमसे मेरी डोर बंधी,
तो भूल ना जाना तुम मोहे,
भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
ए चांद ए सितारों,
जब सुबह की स्याही,
बिखरी थी जब फलक पर,
श्याम बाबा जी के दर पर,
देखा कि एक मुसाफिर,
फूलों पे सोने वाला,
कांटों पे सो रहा है,
खाटू चलकर तो देखो,
हर चीज का मजा है,
श्याम बाबा जी का बेटा,
बड़े प्यार से कह रहा है,
मैं तो भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
भूलूं ना भूलूं ना,
मैं कभी नाम तुम्हारा,
दास हूं तेरे चरणों का,
ओ कान्हा कान्हा।
हमें प्रभु की कृपा से ही अपनी ज़िंदगी बहुत सुखद और खुशहाल लगती है। बिना मांगे ही हमारे सांवरे हमें सब कुछ दे देते हैं और हमारी दुआ कबूल होती है। हम कभी भी उनका नाम भूलना नहीं चाहते क्योंकि हम उनके चरणों के दास हैं। इस जीवन में हमें बस उनका सहारा चाहिए और हमारे दिल के मंदिर में बस वही बसे हैं। हम बस यही प्रार्थना करते हैं कि हमें उनकी सेवा का अवसर मिलता रहे दर्शन होते रहें और जब भी हम दुखी हों तो हमारे श्याम हमारा साथ दें। जय श्री श्याम।
Bhulun Naa Bhulun Naa Main Kabhi Naam Tumhara Bhajan-Bhulu Na || Nihal Thakran || Latest Shyam Bhajan
ऐसे ही मधुर भजनों के लिए आप Lyricspandits होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को खोजे.
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पावन भजन में श्रीकृष्णजी के प्रति ऐसी गहरी भक्ति और प्रेम है, जो मन को उनके नाम की महिमा है। सांवरे की कृपा से जिंदगी खुशहाल और सुखद लगती है, जैसे कोई बिना मांगे ही अनमोल खजाना पा ले। भक्त बेसबब इतना कुछ दे देते हैं कि हाथ उठाने की जरूरत भी नहीं पड़ती, और दुआएं कबूल हो जाती हैं।
यह पुकार है कि मन कभी उनका नाम न भूले, क्योंकि वह सच्चा साथी और एकमात्र सहारा है। दुनिया की ठोकरें खाने के बाद सांवरे का प्यार ही दिल के मंदिर में बसी मूरत बन जाता है, जो बार-बार कहती है कि उनके बिना जीवन अधूरा है। यह विश्वास है कि उनकी सेवा और दर्शन ही जीवन का सबसे बड़ा सुख है, और दुनिया की कोई चीज इसके सामने मायने नहीं रखती।
जब मन दुखी होता है या रास्ता भटकता है, तब सांवरा हाथ थामकर राह दिखाता है। भक्त अपनी हर भूल, हर गलती उनके चरणों में अर्पित करता है, और यही मांगता है कि वह उसका डोर कभी न छोड़े। जैसे मीराबाई ने अपने सांवरे को हर सांस में याद किया, वैसे ही यह मन भी कहता है कि खाटू में सांवरे का दर ऐसा है, जहां कांटों पर सोने वाला भी फूलों का सुख पाता है।
यह पुकार है कि मन कभी उनका नाम न भूले, क्योंकि वह सच्चा साथी और एकमात्र सहारा है। दुनिया की ठोकरें खाने के बाद सांवरे का प्यार ही दिल के मंदिर में बसी मूरत बन जाता है, जो बार-बार कहती है कि उनके बिना जीवन अधूरा है। यह विश्वास है कि उनकी सेवा और दर्शन ही जीवन का सबसे बड़ा सुख है, और दुनिया की कोई चीज इसके सामने मायने नहीं रखती।
जब मन दुखी होता है या रास्ता भटकता है, तब सांवरा हाथ थामकर राह दिखाता है। भक्त अपनी हर भूल, हर गलती उनके चरणों में अर्पित करता है, और यही मांगता है कि वह उसका डोर कभी न छोड़े। जैसे मीराबाई ने अपने सांवरे को हर सांस में याद किया, वैसे ही यह मन भी कहता है कि खाटू में सांवरे का दर ऐसा है, जहां कांटों पर सोने वाला भी फूलों का सुख पाता है।
Audio Credits
Singer - Nihal Thakran
Lyrics - Pawan ji Bhatia
Music - Gayatri Studios
Mix & Master - Sudip
Singer - Nihal Thakran
Lyrics - Pawan ji Bhatia
Music - Gayatri Studios
Mix & Master - Sudip