मैं तो भूखो बैठो रे सांवरिया भावे थाने भजन
मैं तो भूखो बैठो रे सांवरिया भावे थाने क्यूं छप्पन भोग भजन
आप जीमो हो छप्पन भोग,
आप जीमो हो छप्पन भोग,
कस्या ना भावे छप्पन भोग,
कैंयां जीमो छप्पन भोग,
मैं तो भूखो बैठो रे सांवरिया,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
जन्म दियो तो देणो पड़सी,
थाने म्हारो साथ जी,
चोंच दी तो चूगो देवो ने,
दयालु दीनानाथ जी,
ओ धंधा पानी चला देवो,
बिजनेस को खोलो थे तो लोक जी,
मैं तो भूखो बैठो रे सांवरिया,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
दुनिया ने थे लूटा रीया हो,
घाटो रे कांई बात को,
मैं कांई बिगाड़ो सांवरिया,
म्हारो नंबर क्यूं काटो,
असी गरीबी में क्यूं म्हाने राखो,
दे दो नी सांवरिया नोट,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
अरे कोडी कोडी तरस गयो हूं,
एक नजर म्हां पर कर दो,
करोड़ां का मालिक बाजो,
थोड़ा तो म्हाने भी दे दो,
सबको देवो साथ सांवरिया,
म्हारो भी कर दो थोड़ो सपोर्ट,
मैं तो भूखो बैठो रे सेठ जी,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
धणां धणां भक्तां ने तारया,
कांई कांई नाम बताऊं मैं,
एक नजर कृपा की कर दो,
काली गाड़ी लाऊं मैं,
अरे रोकड़ रुपया दे दो रे सांवरिया,
किश्तां को मत राखो लोभ,
मैं तो भूखो बैठो रे सांवरिया,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
जांण सुदामो गले लगा लो,
गोकुल शर्मा यूं कवे,
नारायण एक मुट्ठी,
चावल मा ही राजी रहवे,
अरे मैं तो दर को हूं भिखारी,
खाली ना जासूं अठेऊं लोट,
मैं तो भूखो बैठो रे सेठ,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
आप जीमो हो छप्पन भोग,
कस्या ना भावे छप्पन भोग,
कैंयां जीमो छप्पन भोग,
मैं तो भूखो बैठो रे सांवरिया,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
जन्म दियो तो देणो पड़सी,
थाने म्हारो साथ जी,
चोंच दी तो चूगो देवो ने,
दयालु दीनानाथ जी,
ओ धंधा पानी चला देवो,
बिजनेस को खोलो थे तो लोक जी,
मैं तो भूखो बैठो रे सांवरिया,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
दुनिया ने थे लूटा रीया हो,
घाटो रे कांई बात को,
मैं कांई बिगाड़ो सांवरिया,
म्हारो नंबर क्यूं काटो,
असी गरीबी में क्यूं म्हाने राखो,
दे दो नी सांवरिया नोट,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
अरे कोडी कोडी तरस गयो हूं,
एक नजर म्हां पर कर दो,
करोड़ां का मालिक बाजो,
थोड़ा तो म्हाने भी दे दो,
सबको देवो साथ सांवरिया,
म्हारो भी कर दो थोड़ो सपोर्ट,
मैं तो भूखो बैठो रे सेठ जी,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
धणां धणां भक्तां ने तारया,
कांई कांई नाम बताऊं मैं,
एक नजर कृपा की कर दो,
काली गाड़ी लाऊं मैं,
अरे रोकड़ रुपया दे दो रे सांवरिया,
किश्तां को मत राखो लोभ,
मैं तो भूखो बैठो रे सांवरिया,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
जांण सुदामो गले लगा लो,
गोकुल शर्मा यूं कवे,
नारायण एक मुट्ठी,
चावल मा ही राजी रहवे,
अरे मैं तो दर को हूं भिखारी,
खाली ना जासूं अठेऊं लोट,
मैं तो भूखो बैठो रे सेठ,
भावे थाने क्यूं छप्पन भोग,
खाबां ने म्हारे दाणा कोनी,
थे जीमो हो छप्पन भोग।
सांवरिया सेठ आपने हमें जीवन दिया है तो हमारे जीने का सहारा भी दीजिए। कुछ काम धंधा चलवा दीजिए। सेठ जी जब हमारे पास खाने को दाना नहीं तो आपको छप्पन भोग कैसे अच्छा लगेगा। दुनिया ने हमें ठग लिया है फिर भी हम आपकी रहमत की आस लगाए बैठे हैं। हम एक-एक पैसे को तरसते हैं और आप करोड़ों के मालिक हैं थोड़ा तो हमें भी दे दीजिए। हम तो आपके द्वार पर भिखारी बनकर आए हैं। सुदामा की तरह हमारी भी झोली भर दिजिए। जय सांवरिया सेठ जी।
Me To Bhukho Betho Sanvriya Aap Jimo Ho Chpan Bhog | गोकुल शर्मा नया सांवरीया सेठ भजन | #gokulsharma
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LABEL : SAMRIDHI FILMS AND TELEVISION
SUBJECT : BHAJAN
BHAJAN :- ME TO BHUKO BETHO SANVLIYO
SINGER :- GOKUL SHARMA
MUSIC :- GOKUL AND LAXMAN SHARMA
LYRICS :- NARAYAN JI SEN
SUBJECT : BHAJAN
BHAJAN :- ME TO BHUKO BETHO SANVLIYO
SINGER :- GOKUL SHARMA
MUSIC :- GOKUL AND LAXMAN SHARMA
LYRICS :- NARAYAN JI SEN
सांवरिया सेठ का वह दयालु और दातार स्वरूप हर भक्त की पुकार सुनता है, जो अपनी गरीबी और बेबसी को लेकर उनके द्वार पर आता है। भक्त का यह विश्वास कि सांवरिया ने उसे जीवन दिया है, तो वह उसकी जीविका का सहारा भी बनेगा, उसे हर कठिनाई में आशा प्रदान करता है। सांवरिया का दरबार वह स्थान है, जहाँ भक्त अपनी भूख और अभाव को उनके सामने रखता है, और उनकी कृपा से उसकी झोली सुख, समृद्धि और शांति से भर जाती है। यह सांवरिया की वह करुणा है, जो भक्त को यह विश्वास दिलाती है कि जब वह उनके चरणों में है, तो कोई कमी उसे छू नहीं सकती। उनकी एक कृपादृष्टि ही भक्त की जिंदगी को चमका देती है, और वह अपने जीवन को उनके प्रेम और भक्ति में समर्पित कर देता है।
सांवरिया सेठ की महिमा ऐसी है कि उन्होंने सुदामा जैसे भक्तों को गले लगाकर उनकी गरीबी को धन-धान्य से बदल दिया। भक्त का यह भाव कि वह उनके द्वार पर भिखारी बनकर आया है, और उनकी कृपा के बिना उसका कोई सहारा नहीं, सांवरिया के हृदय को पिघला देता है। वे वह सेठ हैं, जो करोड़ों के मालिक होकर भी अपने भक्तों को एक-एक दाने के लिए तरसने नहीं देते। उनकी कृपा से भक्त का जीवन न केवल काम-धंधे और समृद्धि से भर जाता है, बल्कि वह आध्यात्मिक आनंद और संतुष्टि भी पाता है। इस प्रकार, सांवरिया सेठ की शरण में आने वाला भक्त कभी खाली नहीं लौटता, और उनकी कृपा से उसका जीवन सदा के लिए सुखमय और पूर्ण हो जाता है।