मुझपर भी सदा तुम कृपा करो महारानी भजन
मुझपर भी सदा तुम कृपा करो महारानी भजन
हे जगदंबे भवानी हे मां अंबे रानी,
हे जगदंबे भवानी तुने सबकी मानी,
मेरी सुनो तो मैं जानू मां,
तू ममता वाली है ये मानू मां,
मुझपर भी सदा तुम कृपा करो महारानी।
पत्थर में तुम फूल खिला दो,
मुर्दों में जान फिर लौटा दो,
तेरी शक्ती से बढकर मां,
दुनिया में कुछ और नहीं,
तुझसे मैं तेरी कृपा चाहूं,
और कुछ ना तुझसे मांगू,
मुझपर भी सदा तुम दया करो कल्याणी।
सारे जगत की तुम हो माता,
तुम्हीं तो हो भाग्यविधाता,
तेरे होते क्यू मुझपर मां,
हंस रहा जहां सारा,
एक इशारा बस मां करदो,
मुझको भी खूशियों का वर दो,
विनती सबकी सुनती हो,
मेरी भी सून वरदानी।
हे जगदंबे भवानी तुने सबकी मानी,
मेरी सुनो तो मैं जानू मां,
तू ममता वाली है ये मानू मां,
मुझपर भी सदा तुम कृपा करो महारानी।
पत्थर में तुम फूल खिला दो,
मुर्दों में जान फिर लौटा दो,
तेरी शक्ती से बढकर मां,
दुनिया में कुछ और नहीं,
तुझसे मैं तेरी कृपा चाहूं,
और कुछ ना तुझसे मांगू,
मुझपर भी सदा तुम दया करो कल्याणी।
सारे जगत की तुम हो माता,
तुम्हीं तो हो भाग्यविधाता,
तेरे होते क्यू मुझपर मां,
हंस रहा जहां सारा,
एक इशारा बस मां करदो,
मुझको भी खूशियों का वर दो,
विनती सबकी सुनती हो,
मेरी भी सून वरदानी।
मां भवानी जग की माता हैं जो सबकी सुनती और सबका भला करती हैं। हम प्रार्थना करते हैं कि जैसे आप सब पर दया करती है वैसे ही हम पर भी कृपा करें। आपकी शक्ति से असंभव भी संभव हो जाता है और पत्थर में भी फूल खिल उठते हैं। हम आपसे कुछ नहीं चाहते मां बस आपकी कृपा और आशीर्वाद की कामना है। आप भाग्य बनाने वाली है और कृपा से ही जीवन में खुशियां आती हैं। जय मां भवानी।
Mujhpar Bhi Sada Tum Kripa Karo Maharani Bhajan-Hey Maa Ambe Rani - Larissa Almeida | हे माँ अम्बे रानी | Navratri Bhajan 2025 | Bhakti Song 2025
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माँ जगदंबे का स्वरूप वह असीम करुणा और शक्ति है, जो सृष्टि के हर प्राणी के हृदय में ममता और प्रेम का संचार करती है। वह ऐसी माता हैं, जो अपने भक्तों की हर पुकार सुनती हैं और उनकी हर मनोकामना को पूर्ण करती हैं। उनकी कृपा से असंभव भी संभव हो जाता है—पत्थर में फूल खिल उठते हैं, और निर्जन जीवन में आशा का प्रकाश जागृत होता है। यह माँ की वह शक्ति है, जो न केवल संसार को चलाती है, बल्कि हर भक्त के जीवन को दुखों से मुक्त कर, उसे सुख और शांति की ओर ले जाती है। जो भक्त सच्चे हृदय से उनकी शरण में जाता है, वह कभी निराश नहीं होता, क्योंकि माँ की ममता उसकी हर पुकार को स्वीकार करती है, और उसे अपनी असीम कृपा से नवाजती है।
माँ भवानी न केवल जगत की रचयिता हैं, बल्कि वे भाग्य की नियंता भी हैं, जिनके एक इशारे से जीवन की दिशा बदल जाती है। उनकी शरण में आने वाला प्रत्येक प्राणी अपने जीवन में सुख, समृद्धि और आनंद का अनुभव करता है। माँ की यह कृपा ऐसी है, जो भक्त के हृदय को विश्वास और प्रेम से भर देती है, और उसे यह एहसास कराती है कि वह कभी अकेला नहीं है। वह अपने भक्तों की हर विनती को सुनती हैं और उनकी हर इच्छा को पूर्ण करती हैं, बशर्ते वह श्रद्धा और निष्ठा के साथ माँ के चरणों में अर्पित हो। इस प्रकार, माँ की कृपा का वरदान वह अमृत है, जो जीवन को हर दुख से मुक्त कर, उसे खुशियों और कल्याण से भर देता है।
माँ भवानी न केवल जगत की रचयिता हैं, बल्कि वे भाग्य की नियंता भी हैं, जिनके एक इशारे से जीवन की दिशा बदल जाती है। उनकी शरण में आने वाला प्रत्येक प्राणी अपने जीवन में सुख, समृद्धि और आनंद का अनुभव करता है। माँ की यह कृपा ऐसी है, जो भक्त के हृदय को विश्वास और प्रेम से भर देती है, और उसे यह एहसास कराती है कि वह कभी अकेला नहीं है। वह अपने भक्तों की हर विनती को सुनती हैं और उनकी हर इच्छा को पूर्ण करती हैं, बशर्ते वह श्रद्धा और निष्ठा के साथ माँ के चरणों में अर्पित हो। इस प्रकार, माँ की कृपा का वरदान वह अमृत है, जो जीवन को हर दुख से मुक्त कर, उसे खुशियों और कल्याण से भर देता है।
नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से मां दुर्गा के नौ रूपों की श्रद्धापूर्वक आराधना करें, घर में अखंड ज्योत जलाएं और प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती या नवार्ण मंत्र "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै" का जाप करें। पूजा में लाल रंग के आसन का उपयोग करना शुभ माना जाता है और मां को लाल पुष्प, चुनरी, फल-मेवा आदि अर्पित करें। सोमवार, शुक्रवार या नवरात्रि के दिनों में उपवास रखना, जरूरतमंदों को भोजन कराना और कन्याओं को भोजन व वस्त्र दान करना भी माता रानी को प्रसन्न करता है। यदि जीवन में किसी विशेष समस्या, कर्ज, स्वास्थ्य या विवाह संबंधी बाधा हो, तो नवरात्रि में विशेष उपाय जैसे पीपल के पेड़ की मिट्टी की पूजा, कपूर-लौंग का हवन या लाल चुनरी चढ़ाना लाभकारी माना गया है। इन उपायों को श्रद्धा और नियमपूर्वक करने से माता रानी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और मनोकामना की पूर्ति होती है।
नवरात्रि में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जप अत्यंत फलदायी माना गया है। इन दिनों "ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते" मंत्र का जप करने से मां भगवती की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की परेशानियाँ दूर होती हैं। इसके अलावा, "या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः" तथा "सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते" मंत्र भी बहुत प्रभावशाली माने जाते हैं, जिनका जप करने से सुख-शांति, समृद्धि और मंगल की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जप अत्यंत फलदायी माना गया है। इन दिनों "ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते" मंत्र का जप करने से मां भगवती की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की परेशानियाँ दूर होती हैं। इसके अलावा, "या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः" तथा "सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते" मंत्र भी बहुत प्रभावशाली माने जाते हैं, जिनका जप करने से सुख-शांति, समृद्धि और मंगल की प्राप्ति होती है।
विद्यार्थियों और विद्या की इच्छा रखने वालों के लिए "या देवी सर्वभूतेषु विद्या-रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः" मंत्र का जप लाभकारी है। इन मंत्रों का श्रद्धा, नियम और शुद्धता के साथ नवरात्रि के दौरान जप करने से मां दुर्गा शीघ्र प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करती हैं।
विद्या और धन की प्राप्ति के लिए मंत्र जप अत्यंत प्रभावशाली माना गया है। विद्या प्राप्ति के लिए भगवती सरस्वती की उपासना करते हुए "ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः" या "या देवी सर्वभूतेषु विद्या-रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः" मंत्र का जप करें। साथ ही, भगवान शिव की आराधना के लिए "ॐ श्री साईं नाथाय नमः" या "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का भी जप लाभकारी है।
धन प्राप्ति के लिए "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः" (कुबेर धन प्राप्ति मंत्र) या "ॐ ह्रीं श्री क्लीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा" का जप करें[। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए "पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्" मंत्र भी अत्यंत फलदायी है ।
विद्या और धन की प्राप्ति के लिए मंत्र जप अत्यंत प्रभावशाली माना गया है। विद्या प्राप्ति के लिए भगवती सरस्वती की उपासना करते हुए "ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः" या "या देवी सर्वभूतेषु विद्या-रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः" मंत्र का जप करें। साथ ही, भगवान शिव की आराधना के लिए "ॐ श्री साईं नाथाय नमः" या "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का भी जप लाभकारी है।
धन प्राप्ति के लिए "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः" (कुबेर धन प्राप्ति मंत्र) या "ॐ ह्रीं श्री क्लीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा" का जप करें[। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए "पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्" मंत्र भी अत्यंत फलदायी है ।
Singer - Larissa Almeida
Lyrics - Himanshu Kumar Deepak
Music - Vjazzzz
Composer - Larissa Almeida
Lyrics - Himanshu Kumar Deepak
Music - Vjazzzz
Composer - Larissa Almeida